श्री राम चालीसा हिंदी में

श्री राम चालीसा हिंदी में/  Shri ram Chalisa

श्री राम चालीसा हिंदी में
श्री राम चालीसा हिंदी में

दोहा:

श्रीराम चालीसा प्रेम प्रतीती,

मंगल मूरति रूप, जगपाल।

विषय विचार मन हरण हरिती,

चरण कमल चित्त धरण पुर जाल।।

चालीसा:

जय राम रघुनन्दन जय जानकीवल्लभ।

जय जय राम श्रीराम जय राम श्रीराम।।

जय राम रघुनायक धनुष धारी।

रघुवंश नंदन सीतापति प्यारी।।

देह धर्मी अरु जन चारी।

अवधपुरी पाप संहारी।।

रघुबीर प्रभु दासरथ नंदन।

दुष्टदानव तबहिं काल वंदन।।

कलिमल हरण कपीश जगपाला।

विष्णु रूप राम प्रणम आप बाला।।

तव पूजा भारती मन तरंगी।

अविनाशि अधर्म बन दंडांगी।।

जन्मजल पुनि पुनि तन जायेगा।

पुरब जन्म जगदीश भुलायेगा।।

तुलसीदास शरण तुहारी।

जय जय राम श्रीराम कीजै जय जय राम।।

दोहा:

जो नर जाने मन बहियाँ संचरी।

ताकरी सो जानत है श्रीराम चरित्र।।

जो नर जाने मन सदा रंजीत।

error: Content is protected !!